भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के अनुसार, भारत में एक बहुत बड़ी कृषि योग्य भूमि है। इस भूमि को 15 कृषि-जलवायु क्षेत्रों में बांटा गया है। इसका मतलब है कि हमारे पास अलग-अलग किस्मों वाली फसल उगाने के लिए लगभग सभी प्रकार के मौसम और मिट्टी के प्रकार हैं। हालांकि, इसके बावजूद भी हमारी फसलों की औसत उत्पादकता बहुत कम है। अभी भी हमारे किसान खराब उत्पादन और उनसे मिलने वाली खराब कीमतों का सामना कर रहे हैं। भारतीय कृषि के विकास को रोकने वाली कुछ बाधाएं हैं जैसे खराब बुनियादी ढांचा, संगठित लेनदारों से कम ऋण मिलना, टेक्नोलॉजी का कम इस्तेमाल और मशीनीकरण आदि।
सभी योजनाकारों और स्टेकहोल्डर के लिए भारतीय कृषि का भविष्य हमेशा से ही एक महत्वपूर्ण प्रश्न रहा है। हालांकि, टेक्नोलॉजी और नई खोजों के चलते आज भारत में बड़ी संख्या में एग्रीटेक स्टार्टअप (agritech startups) सामने आ रहे हैं। इन स्टार्टअप के जरिए भारतीय कृषि का भविष्य और भी बेहतर हो सकता है। चलिए इसके बारे में और अधिक जानते हैं।
एग्रीटेक कैसे भारत की अर्थव्यवस्था को आकार दे रहा है?
एग्रीटेक (Agritech), एग्रीकल्चरल टेक्नोलॉजी का छोटा रूप है। यह भारत की अर्थव्यवस्था को अधिक प्रगतिशील भविष्य की ओर तेजी से ले जा रहा है। यह क्षेत्र भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह भोजन के साथ-साथ रोजगार भी सुनिश्चित करता है। साथ ही यह देश की तकनीकी प्रगति में भी योगदान देता है। एग्रीटेक डेटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोट और भविष्य के तरीकों का इस्तेमाल करके कृषि क्षेत्र में आने वाली परेशानियों का हल करती है। कृषि में टेक्नोलॉजी के उपयोग से हर माहौल में फसल उगाई जा सकती है, उनका रोपण तेजी से हो सकता है, बेहतर कटाई हो सकती है और विश्वसनीय व्यापार हो सकता है।
साल 2013 में जहां भारत में महज 43 स्टार्टअप थे आज वही आंकड़ा 2020 में 1000 उद्यमों का हो चुका है। भारत का एग्रीटेक (Agritech) क्षेत्र लगातार बढ़ता जा रहा है। ग्रामीण इलाकों तक इंटरनेट के पहुँचने से यह सब मुमकिन हो पाया है। इतना ही नहीं हाल ही में एग्रीटेक क्षेत्र में कई बदलाव हुए हैं। अर्न्स्ट एंड यंग द्वारा 2020 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, भारतीय एग्रीटेक बाजार में 2025 तक 24 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की क्षमता रखता है। वहीं बैन एंड कंपनी के एक अन्य अध्ययन के अनुसार यह 2025 तक 35 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।
भारत में एग्रीटेक (Agritech) स्टार्टअप इकोसिस्टम
हाल ही में, मैसूर (कर्नाटक) में सीएसआईआर-सीएफटीआरआई में “टेकभारत” के तीसरे संस्करण में, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में भारत में एग्रीटेक स्टार्टअप (agritech startup in India) की एक नई लहर आई है”। उन्होंने यह भी कहा कि “एग्रीटेक स्टार्टअप कृषि मूल्य श्रृंखला में आने वाली कई चुनौतियों का सामना करने के लिए नए आईडिया और किफायती समाधान प्रदान कर रहे हैं और इसमें भारतीय कृषि क्षेत्र का चेहरा बदलने और किसानों की आय बढ़ाने की क्षमता है।”
“स्टार्टअप और नए उद्यमी, किसानों, इनपुट डीलरों, थोक विक्रेताओं, खुदरा विक्रेताओं और उपभोक्ताओं को एक-दूसरे से जोड़ने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह बेहतर मार्केटिंग और समय पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्रदान कर सकते हैं।”

यदि आप ऊपर दिए गए चार्ट को देखते हैं तो आप देखेंगे कि भारत के कुल एग्रीटेक स्टार्टअप में से 50% महाराष्ट्र और कर्नाटक से आए हैं। इन दो प्रमुख केंद्रों के बाद दिल्ली और एनसीआर (9%), हरियाणा (9%), और तमिलनाडु (8%) पर हैं। गुजरात इस सूची में सिर्फ 7% हिस्सेदारी रखता है लेकिन स्टेट स्टार्टअप रैंकिंग रिपोर्ट 2018 के अनुसार भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य गुजरात है।
एग्रीटेक स्टार्टअप का वर्गीकरण
एग्रीटेक स्टार्टअप नई और आधुनिक तकनीकों के साथ भारत के कृषि परिदृश्य को बदल रहे हैं। एग्रीटेक स्टार्टअप को नीचे दिए गए अलग-अलग उप-क्षेत्रों में बांटा जा सकता है।

बिग डेटा एग्रीटेक स्टार्टअप
इस समय बिग डेटा आधारित स्टार्टअप ऐसे डेटा-संचालित तरीके विकसित कर रहे हैं जो मिट्टी और फसल के स्वास्थ्य को निर्धारित कर सकते हैं। यह खेती और सप्लाई शृंखला को और भी बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर डेटा एनालिटिक्स किसान और बाजार के बाकी खिलाड़ियों को सही निर्णय लेने में मदद कर सकता है।
सप्लाई श्रृंखला मॉडल स्टार्टअप
किसानों को बुवाई और कटाई के समय का सही अनुमान लगाने में मदद करने के लिए नए तरीकों की जरूरत है। ऐसा अनुमान उपभोक्ता की मांग के पैटर्न के अनुरूप भी होना चाहिए। सप्लाई श्रृंखला या मार्केट लिंकेज मॉडल स्टार्टअप सप्लाई श्रृंखला के दो महत्वपूर्ण छोरों (इनपुट और आउटपुट) को बेहतर बनता है। यह गुणवत्ता को संरक्षित कर सकते हैं, शेल्फ-लाइफ में सुधार कर सकते हैं, कचरे को कम कर सकते हैं और बेहतर भंडारण और परिवहन आदि दे सकते हैं।
इसी तरह 2019 में स्थापित किए गए बीजक एग्री कमोडिटी ट्रेडिंग ऐप ने कृषि व्यापारियों के लिए एक वन-स्टॉप ई-मार्केटप्लेस का निर्माण किया हुआ है। इसमें उत्पाद के सप्लायर, मंडी आढ़ती और अन्य संस्थागत खरीदार शामिल हैं। देश के 27 राज्य और क्षेत्रों के कृषि व्यापरियों द्वारा इस ऐप का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्लेटफॉर्म पर 150 से ज्यादा उत्पाद का व्यापार होता है। बीजक व्यापारियों को ढूँढना, समय पर पेमेंट, व्यापार को बढ़ाना, आदि जैसी कृषि व्यापरियों की रोजाना की परेशानियों का हल करता है। बीजक टीम एक बहुत ही कठोर वेरिफिकेशन प्रक्रिया का पालन करती है ताकि उनकी ऐप पर सिर्फ भरोसेमंद सप्लायर और खरीदार आ सकें। इन व्यापारियों को यहाँ सही समर्थन मिलता है जो उनके व्यवसाय को बढ़ने के लिए जरूरी होता है।
खेती के रूप में सेवा (एफएएएस) स्टार्टअप
खेती के रूप में सेवा (FaaS) भारत में EM3 Agri Services नाम की कंपनी द्वारा लाई गई थी। इसने किसानों को सेवाएं और मशीन किराए पर दी जिनका किराया सिर्फ उन्हें इस्तेमाल करने पर ही दिया जाता है। यह चलन अब काफी आम हो चुका है और कई अन्य कृषि सेवाएं और मशीन किराए पर देने वाली स्टार्टअप इस क्षेत्र में शामिल हो गए हैं।
आईओटी वाले एग्रीटेक स्टार्टअप
ये स्टार्टअप उच्च-सटीक फसल नियंत्रण, डेटा कलेक्शन और स्वचालित खेती तकनीक जैसे स्मार्ट खेती के तरीके प्रदान करते हैं जो अक्षमताएं हटाने और उत्पादन बेहतर बनाने में काम आते हैं। फसल की पैदावार, बारिश के पैटर्न, कीटों के प्रकोप आदि की जानकारी समय के साथ कृषि तकनीकों में सुधार करने में योगदान कर सकती है।

इंजीनियरिंग के नेतृत्व में हुई खोज वाले स्टार्टअप
भले ही भारत विश्व स्तर पर ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्माता है लेकिन देश के 2% से भी कम किसान मशीनों का उपयोग करते हैं। इस श्रेणी में एग्रीटेक स्टार्टअप छोटे किसानों को अच्छी टेक्नोलॉजी की कमी और बढ़ती श्रम लागत का मुकाबला करने के लिए बेहतर लागत वाले और स्मार्ट मशीनी समाधान प्रदान करते हैं।
अन्य एग्रीटेक स्टार्टअप
इस श्रेणी में स्टार्टअप कृषि आधारित उत्पादों, बेहतर डेयरी, मुर्गी पालन, या मछली पालन के तरीकों को विकसित करने, सलाहकार सेवाएं देने और माध्यमिक कृषि में शामिल किसानों के लिए वन-स्टॉप समाधान बनाने के लिए समाधान दे रहे हैं।
हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग ने आपको इस बारे में पूरी जानकारी दी है कि भविष्य में एग्रीटेक कैसे कृषि जगत पर राज करेगा। अगर आपको यह ब्लॉग पसंद आया हो, तो नीचे अपना कमेंट साझा करें। बीजक ब्लॉग पर सभी नए अपडेट प्राप्त करने के लिए हमें फॉलो करना न भूलें। बीजक भारत का सबसे भरोसेमंद एग्रीट्रेडिंग ऐप है जो कृषि उत्पादों के सप्लायर और खरीदारों को एक-दूसरे को खोजने में मदद करता है। बीजक कृषि-व्यापारियों को कैपिटल लिमिट भी देता है जो इन व्यापारियों को अपने व्यापार को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है। आप हमारा ऐप Google Playstore और Apple App Store से डाउनलोड कर सकते हैं। .