भारत में आम के निर्यात के बारे में जानें

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आम भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में पसंद किए जाने वाला फल है। आम की खेती सबसे पहले भारतीय उपमहाद्वीप में हुई थी लेकिन इन्हे पूरी दुनिया के सामने लाने वाले 15वीं शताब्दी के पुर्तगाली थे। वे ही भारतीय आमों को पश्चिमी दुनिया, अफ्रीका, कैरिबियन और अमेरिका तक ले गए थे।

आज के समय में भारत में 1000 से भी अधिक आम की किस्में उगाई जाती हैं। 2019-20 में इस फल का वार्षिक उत्पादन 20.26 मिलियन टन तक पहुंच गया था जो दुनिया में उत्पादित कुल आमों का लगभग आधा होता है। भारत दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आम का निर्यात करता है। वर्ष 2020 में संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय आम का सबसे उच्चतम मूल्य का निर्यात हुआ था और उसके बाद यूनाइटेड किंगडम में। एपीडा के अनुसार 1987-88 में भारत के ताज़े आमों का निर्यात जहाँ 20,302 टन हुआ करता था वहीं 2019-20 में यह बढ़कर 46,789.60 टन हो गया था। इस लेख के माध्यम से आप भारतीय आम के निर्यात की कुल संख्या, उसकी शीर्ष निर्यात किस्में और उससे जुड़ी चुनौतियों के बारें में जानेंगे।

भारतीय आमों के शीर्ष 10 निर्यात स्थल
स्रोत: Agriexchange-APEDA – भारतीय आमों के शीर्ष 10 निर्यात स्थल

भारत में आम ज्यादा निर्यात क्यों नहीं होते हैं?

भले ही आम का निर्यात लगातार बढ़ रहा हो यदि हम इस संख्या को भारत के कुल उत्पादन और दुनिया भर के कुल आम निर्यात मिलाएंगे तो हमे यह काफी कम दिखाई देगी। भारत में अधिक निर्यात न होने का एक कारण यह है कि ताजे आमों का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कम दूरी की जगहों में किया जाता हैराष्ट्रीय बागवानी बोर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत और पाकिस्तान मुख्य रूप से पश्चिम एशिया को आम सप्लाई करते हैं जबकि दक्षिण पूर्व एशियाई देश फिलीपींस और थाईलैंड से आम प्राप्त करते हैं।

दुनिया के सबसे बड़े आम आयातक अमेरिका ने कीटनाशकों के इस्तेमाल की वजह से वर्ष 2007 तक भारत से आयात पर प्रतिबंध लगाया हुआ था। हालांकि इस प्रतिबंध के हटने के बाद भी भारत वहाँ कम निर्यात करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रत्येक शिपमेंट को पहले यूएस फाइटोसैनिटरी इंस्पेक्टर द्वारा मंजूरी दी जाती है। हाल ही में, कोविड 19 वाले प्रतिबंधों ने अमेरिकी निरीक्षक के लिए भारत आना मुश्किल बना दिया था। साथ ही, भारतीय निर्यातक शिपमेंट भेजने से हिचकिचा रहे थे क्योंकि उन्हें डर था कि एक बार जब यह अमेरिकी तट पर पहुंच जाएगा, तो निरीक्षक इसे अस्वीकार कर देगा और पूरी कन्साइनमेंट बेकार हो जाएगी। एपीडा अब ऐसी समस्याओं से निपटने और भारत के आम निर्यात को बढ़ावा देने के उपाय कर रहा है।

आम निर्यात का घरेलू और वैश्विक निरीक्षण

दुनिया में 100 से अधिक आम उत्पादक देश हैं जो आम की हजारों किस्में उगा रहे हैं। भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, चीन, थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे एशियाई देशों में वैश्विक आम उत्पादन का 67% हिस्सा है। अकेले भारत ही आम उत्पादन में लगभग 38% का योगदान देता है। इसलिए ही भारत को दुनिया का सबसे बड़ा आम उत्पादक देश माना जाता है। भारत में आम का सबसे अधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। इसके बाद आंध्र प्रदेश, बिहार, कर्नाटक और गुजरात का स्थान आता है।

भारत के मुख्य 5 आम उत्पादक राज्य

भारत में आम का इतना बड़े स्तर पर उत्पादन होता है लेकिन इसमें से सिर्फ 1% आम ही निर्यात किया जाता है। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण है भारत में आम की अधिक खपत। वैश्विक आम निर्यात बाजार में भारत का केवल 12% का हिस्सा है।

1960 के दशक से पहले वैश्विक स्तर पर आम का व्यापार न के बराबर हुआ करता था। हालाँकि, जैसे ही यह शुरू हुआ, तो एवकाडो और आम सबसे अधिक लोकप्रियता वाले फल बन गए। एफएओ के अनुसार, 1990 और 2017 के बीच, आम की विश्व आयात मांग सालाना 10% की दर से बढ़ रही है। इससे निर्यात, थोक और खुदरा कीमतों में भी काफी इजाफा देखने को मिला। विश्व स्तर पर बेचीं जाने वाली कुछ खास आम की किस्मों में टॉमी एटकिंस, केंट, पामर, इरविन, माया / आया और भारतीय किस्में जैसे अल्फांसो, केसर, चौसा और तोतापुरी शामिल हैं।

निर्यात होने वाली आम की सबसे लोकप्रिय किस्में

भारतीय आमों के शीर्ष 10 निर्यात स्थल
भारतीय आमों के शीर्ष 10 निर्यात स्थल

1. अलफांसो

अलफांसो आमों के उत्पादन और निर्यात के मामले में पूरी दुनिया में भारत का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है। भारत में मौजूद कुछ खास जलवायु विशेषताओं के कारण, आम की यह किस्म सिर्फ भारत में ही उगती है। इसकी खेती महाराष्ट्र के रत्नागिरी, कोंकण और रायगढ़ क्षेत्र में की जाती है। भारत इसे यूएई, कुवैत, चीन, यूके, जर्मनी, सऊदी अरब, सूडान और जापान को निर्यात करता है। 2017 में इस किस्म का $15 मिलियन का निर्यात किया गया था।

2. तोतापुरी

तोतापुरी भारतीय आमों की निर्यात की जाने वाली शीर्ष किस्मों में से एक है। इसे कुवैत, सऊदी अरब, यूएई, ओमान, सुडेन और यमन सहित दुनिया भर के 40 से अधिक देशों में निर्यात किया जाता है। वर्ष 2017 में, तमिलनाडु और महाराष्ट्र द्वारा मुख्य रूप से $19 मिलियन मूल्य के तोतापुरी आमों का निर्यात किया गया था। हालाँकि, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश भी इन आमों के प्रमुख निर्यातक राज्य हैं।

3. केसर

गुजरात के जूनागढ़ और अमरेली में भारत के सबसे ज्यादा केसर आम उगाए जाते हैं। साल 2017 में केसर आम के लिए करीब $4.8 मिलियन का निर्यात किया गया था। इसमें प्रमुख निर्यात देश यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस और कुवैत थे।

4. बादामी

बादामी आम को कर्नाटक के अलफांसो के रूप में भी जाना जाता है। सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, यूएई, यूके, कुवैत, कतर, बहरीन और सिंगापुर जैसे देशों को यह आम निर्यात किया जाता है। बादामी आम भारत से होने वाले आम के कुल निर्यात में लगभग 3% का योगदान देते हैं।

5. बंगनपल्ली

2017 में बंगनपल्ली या सफेदा आमों का निर्यात कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र से $5,49,835 मिलियन के मूल्य के साथ किया गया था। प्रमुख निर्यात देश कनाडा, नॉर्वे, बहरीन, यूएई, यूके और नीदरलैंड थे।

भारत में प्रसंस्कृत आमों का निर्यात

ताजे आमों के अलावा, आम के गूदे और आम के टुकड़ों के रूप में भी आम का निर्यात होता है। अल्फांसो, केसर और तोतापुरी जैसे आमों की चुनिंदा किस्मों से आम का यह गूदा तैयार किया जाता है। यह चिकना और गाढ़ा आम का गूदा पूरी तरह से पके आम से ही मिलता है। यह आम में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले रस और रेशेदार पदार्थों को बरकरार रखता है। आम के गूदे का उपयोग जूस, जैम, मिठाई, आइसक्रीम, बेकरी, दही और अलग-अलग तरह के पेय पदार्थ बनाने के लिए किया जाता है।

भारत में, आम के गूदे के दो मुख्य समूह तमिलनाडु के कृष्णागिरी और आंध्र प्रदेश के चित्तूर में मौजूद हैं। उनके पास लगभग 65 प्रसंस्करण यूनिट हैं। कुछ आम प्रसंस्करण यूनिट महाराष्ट्र और गुजरात में भी स्थित हैं। साल 2020-21 के दौरान भारत ने ₹714.41 करोड़ मूल्य के 98,369.74 मिलियन टन आम के गूदे का निर्यात किया था। आम का गूदा मुख्य रूप से सऊदी अरब, कुवैत, ओमान, नीदरलैंड और यमन गणराज्य को निर्यात किया जाता है।

हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग ने भारतीय आम के निर्यात के बारे में आपके ज्ञान को और भी ज्यादा बढ़ाया होगा। हमें उम्मीद है कि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगा होगा। नीचे कमेंट में हमें बताएं कि आपको ब्लॉग में क्या अच्छा लगा। साथ ही, भविष्य में बीजक विशेषज्ञों के नए ब्लॉग के लिए हमारे साथ बने रहें। नियमित साप्ताहिक अपडेट के लिए बीजक ब्लॉग को लाइक, शेयर और फॉलो करें। बीजक भारत का सबसे भरोसेमंद एग्रीट्रेडिंग ऐप है जो 150 से अधिक उत्पाद में व्यापार करने के लिए किसानों, खरीदारों (कमीशन एजेंटों) और सप्लायर को एक साथ लाता है। आप Google Play Store या Apple App Store से Bijak ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।