भारतीय आम की शीर्ष 10 किस्में

भारतीय आम की शीर्ष 10 किस्में भारतीय आम की शीर्ष 10 किस्में

भारत में गर्मी का मौसम लोगों के लिए बहुत सी दिक्कतें लाता है। लेकिन, यही वो समय होता है जब हमें आम खाने को मिलता है। भारत में आम का मौसम अप्रैल के मध्य में शुरू होता है और अगस्त के आखिर तक जारी रहता है। लोगों को आम का स्वाद लेना बहुत पसंद होता है। इसलिए लोग कई तरह से इसका सेवन करना पसंद करते हैं फिर चाहे वो आम हो या आम का जूस, जैम, अचार या शेक हो। इतना ही नहीं खेत से खाने की टेबल तक का आम का सफर भी बहुत दिलचस्प है।

भारत दुनिया का सबसे बड़ा आम का उत्पादक है। भारत हर साल लगभग 1.09 करोड़ टन आम का उत्पादन करता है। इतना ही नहीं यह दुनिया भर के कुल आम उत्पादन में लगभग 57.18% का योगदान देता है। भारत में आम की किस्में लगभग 1500 किस्में उगाई जाती हैं। सूरज की रोशनी और प्रयाप्त बारिश मिलकर आम के लिए एक बेहतर जलवायु बनाते हैं। नवाबी दशहरी आम से लेकर तोते की चोंच के आकार वाले तोतापुरी तक, भारतीय बाजारों में हर साल कई आम की किस्में उपलब्ध होती हैं। तो आइए भारत की शीर्ष 10 आम की किस्मों के बारे में और अधिक जानें।

 1. अल्फांसो

अल्फांसो आम को उनके बेहतरीन स्वाद और मिठास के कारण ‘आमों का राजा’ माना जाता है। इन आमों की पैदाईश महाराष्ट्र की है और अब इन्हे गुजरात और कर्नाटक में भी उगाया जाता हैं। महाराष्ट्र का रत्नागिरी तो अल्फांसो आमों के लिए एक प्रसिद्ध स्थान बन चुका है। इतना ही नहीं, अल्फांसो सबसे महंगी और दुनिया की सबसे लोकप्रिय आम की किस्मों में से एक है। यूरोप, जापान और कोरिया सहित कई और देशों को भी इसका निर्यात किया जाता है। अल्फांसो भारत के सबसे प्राचीन आमों में से भी एक है। ऐसा माना जाता है कि इस किस्म को भारत में आने वाले पहले पुर्तगालियों ने विकसित किया था।

2. केसर

केसर आमों को यह नाम इसलिए मिला क्योंकि इनके गूदे का रंग केसर जैसा होता है। आम की यह किस्म भारत में ‘आमों की रानी’ के रूप में प्रसिद्ध है। गुजरात का जूनागढ़ वह स्थान है जहाँ रसदार केसर आम उगाए जाते हैं और पूरे देश में भेजे जाते हैं। निर्यात की बात करें तो अमेरिका में इन केसर आमों की बहुत मांग है। वहां के गुजराती समुदाय के लोग अल्फांसो आम के मुकाबले केसर आम को खाना पसंद करते हैं। 2020 में देश से निर्यात हुए कुल आम में केसर आम का कुल 50-55% हिस्सा था।

3. दशहरी

दशहरी आम उत्तर प्रदेश के लखनऊ और मलिहाबाद में उगाए जाते हैं। हालांकि, इन आमों का प्रमुख उत्पादक मलिहाबाद है जो लखनऊ से 30 किमी दूर है। दशहरी आमों को उनके लंबे आकार, बेहतरीन स्वाद और त्वचा के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है। यह फाइबर मुक्त और गूदेदार आम विटामिन सी, विटामिन ए, आयरन, जिंक और कैल्शियम से भरपूर होता है। दशहरी नाम यूपी में काकोरी के पास स्थित दशहरी गाँव से आया है। यहाँ आज भी 200 साल पुराना दशहरी आम का पेड़ मौजूद है।

4. हिमसागर

हिमासागर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में उगाए जाने वाले आम की सबसे अच्छी किस्मों में से एक है। हालाँकि, यह आम की किस्म आपको बिहार में भी मिल सकती है। अल्फांसो की तरह यह आम भी निर्यात के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि, भारत में हिमसागर आम को पश्चिम बंगाल के बाहर बहुत कम ही देखा जाता है। यह पश्चिम बंगाल की अन्य स्थानीय आम की किस्मों, बेगम पसंद और किशन भोग के मुकाबले थोड़ा ज्यादा पसंद किया जाता है। इस पके हरे रंग के आम में एक मलाईदार गूदा होता है जो मिठाई और शेक बनाने के लिए काम आता है।

5. चौसा

जैसा कि इसके नाम से जाहिर है चौसा आम की ‘चूसने वाली’ किस्म है। इसकी सुगंध भी बहुत मनमोहक होती है। यह मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले और बिहार में उगाया जाता है। चौसा सम्राट शेर शाह सूरी की वजह से प्रसिद्ध हुआ है। बिहार के चौसा में हुमायूँ पर अपनी जीत दर्ज करने के बाद, उन्होंने अपने पसंदीदा आम को इस शहर का नाम दिया। चौसा की पौष्टिकता काफी अधिक होती है। सालों से इसके गूदे का उपयोग खाने की कई चीजों में किया जा रहा है। मानसून की शुरुआत होते ही चौसा फलों की मंडियों में दिखने लगता है।

6. बादामी

कर्नाटक में उगाई जाने वाली प्रमुख आम की किस्मों में से एक बादामी भी है। बादामी आम का स्वाद अल्फांसो की तरह काफी मीठा होता है। यही कारण है कि इस आम को कर्नाटक के अल्फांसो तौर पर भी जाना जाता है। कर्नाटक के अलावा ये आम महाराष्ट्र और गुजरात में भी उगाए जाते हैं। आम का मौसम शुरू होते ही बादामी आम बाजार में पहुँच जाता है। चमकीले सुनहरे-पीले छिलके और लाजवाब स्वाद वाला यह आम पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

शीर्ष राज्य जहां आम की टॉप किस्में उगाई जाती हैं
शीर्ष राज्य जहां आम की टॉप किस्में उगाई जाती हैं

7. सफेदा

सफेदा बंगनपाली के नाम से भी प्रसिद्ध है। इसकी उत्पत्ति आंध्रप्रदेश में हुई है। दक्षिण भारत में इसे अल्फांसो आम की तरह ही शाही दर्जा प्राप्त है। यह आम हमेशा आंध्रप्रदेश के नवाबों और अन्य रॉयल्टी का पसंदीदा फल रहा है। यह आकार में बड़ा और गूदे से भरा होता है। इसकी त्वचा चमकदार होती है और उसपर कुछ सफेद धब्बे भी मोजूद होते हैं। बड़े आकार वाले सफेदा आम कई बार आधे किलो के भी हो सकते हैं। भारत अमेरिका, सिंगापुर, जापान, यूके, यूएई और कनाडा जैसे देशों में सफेदा आम का निर्यात किया जाता है।

8. लंगड़ा

लंगड़ा आम वाराणसी, उत्तर प्रदेश का मूल निवासी है। हालांकि, ये आम पश्चिम बंगाल, बिहार और हरियाणा जैसे राज्यों में भी प्रसिद्ध हैं। माना जाता है कि क्योंकि इस आम को सबसे पहले एक लंगड़े किसान ने उगाया था इसलिए इसका नाम लंगड़ा रखा गया। अंडाकार आकार और हरे रंग के इस आम का स्वाद में मीठे होने के साथ-साथ थोड़े खट्टे भी होते हैं। इसे बनारसी लंगड़ा के रूप में भी जाना जाता है। इनकी कटाई आमतौर पर मानसून के बाद जुलाई के अंत में की जाती है।

9. तोतापुरी

तोतापुरी आम कर्नाटक का मूल निवासी है। यह तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी उगाया जाता है। भारत में मौजूद सभी आमों के मुकाबले इस आम का आकार सबसे अनोखा है। यह थोड़ा तिरछा है और सिरे से तोते की चोंच की तरह नुकीला होता है। इसका रंग हरा-पीला होता है। इसके नुकीले सिरे और हरे रंग की वजह से ही इसका नाम तोतापुरी रखा गया। इसका स्वाद मीठा और खट्टा होता है। तोतापुरी आम चटनी, अचार और सलाद के तौर पर खाए जाने के लिए प्रसिद्ध है। गर्मियों की शुरुआत होते ही यह आम बाजार में आ जाता है।

10. मुल्गोआ

मुल्गोआ तमिलनाडु और कर्नाटक में पाया जाने वाला आम है। मुल्गोआ उन पहले भारतीय आमों में से एक है जिन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका में व्यावसायिक रूप से उगाया जाता है। यह आम बाजार में तब आता है जब अल्फांसो का सीजन जाने वाला होता है। वहीं यह बाजार से तब जाता है जब सफेदा आम आने वाला होता है। यह अल्फांसो और सफेदा के बीच एक पुल का काम करता है। 1889 में, जी मार्शल वुडरो नाम के एक प्रोफेसर ने फ्लोरिडा में रहने वाले एक रिटायर्ड प्रोफेसर के लिए आम के 12 पौधे लिए थे। 12 में से दस पौधे मर गए लेकिन दो जिंदा रहे। यह दो पौधे में एक मुल्गोआ और दूसरा अल्फांसो था। मुल्गोआ आमों को इनकी लंबी शेल्फ लाइफ के लिए भी जाना जाता है।

आशा है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप भारत की अलग-अलग मंडियों में उपलब्ध आम की किस्मों के बीच बेहतर अंतर कर पाएंगे। हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। हमें नीचे कमेंट सेक्शन में बताएं कि आपको इस लेख में किस आम के बारे में जानना सबसे अच्छा लगा। साथ ही, भविष्य में ऐसे और लेख पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहें।

भारतीय आम की शीर्ष 10 किस्मों के बारे में जानें
भारतीय आम की शीर्ष 10 किस्मों के बारे में जानें

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