प्याज भारत में सबसे महत्वपूर्ण सब्जियों में से एक है जिसका रसोई घर में रोजाना उपयोग किया जाता है । इसकी साल में तीन बार कटाई की जाती है। प्याज के बाजार में साल भर उपलब्ध रहने के लिए इसका सही तरीके से भंडारण करना भी बहुत महत्पूर्ण होता है । प्याज खराब होने वाली सब्जी हैं और भंडारण के दौरान वजन घटना, सड़ना और अंकुरित होना इस तरह के नुकसान भी होते है । यह नुकसान प्याज के प्रकार पर भी निर्भर करते हैं। कटाई के बाद प्याज का सही प्रबंधन एक लंबी और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें शुरुवाती इलाज, छंटाई, ग्रेडिंग, भंडारण, हैंडलिंग और परिवहन जैसे काम शामिल हैं। भारत में प्याज की कटाई के बाद के चरण (post harvest stages of onion):
1. शुरुवाती इलाज
प्याज की कटाई के बाद इसका इलाज करना जरूरी होता है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य प्याज के बल्बों की गर्दन और प्याज की बाहरी पत्तियों को सुखाना होता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो प्याज की बाहरी त्वचा और गर्दन से अतिरिक्त नमी को हटा देती है। यह प्याज के भंडारण में रहने की समय सीमा को भी बढ़ाता है। इसके जरिए प्याज की त्वचा के रंग को सुधारने में भी मदद मिलती है।
2 . ग्रेडिंग
प्याज के इलाज के बाद ग्रेडिंग प्रकिया शुरू की जाती है। ग्रेडिंग प्रक्रिया में बाहरी सूखे छिलकों को हटाया जाता है। घायल (कटे हुए प्याज), मोटी गर्दन वाले, डबल-बल्ब वाले और सड़े हुए बल्ब हटा दिए जाते हैं।
- अतिरिक्त बड़े प्याज का व्यास 6 सेमी से अधिक होता है।
- मध्यम प्याज का व्यास 4-6 सेमी के बीच होता है।
- छोटे प्याज 2-4 सेमी के बीच के होते हैं।
3. पैकेजिंग
ट्रांसपोर्ट के लिए प्याज जूट के थैलों में पैक किए जाते है। घरेलू बाजार में, 40 किलो प्याज (एक मन) 200-300 ग्राम वजन के खुले जाल वाले जूट बैग में पैक किया जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए 5-25 किलो के बड़े प्याज को खुले मेश वाले जूट के बोरों में पैक किया जाता है। प्याज की पैकेजिंग और परिवहन के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ पढ़े।

4. हैंडलिंग
प्याज को प्लास्टिक की थैलियों में नहीं रखा जाता है, प्याज में अगर हवा न लगे तो जल्दी खराब हो सकते है। इसके अलावा, प्याज को अंधेरे में लंबे समय तक रखा जाता है और प्याज को 6 फीट से ज्यादा ऊंचाई से नहीं गिराया जाता है।
5. भंडारण
प्याज़ हवादार जगहों पर रखना बहुत जरुरी है पर हवा में नमी को नियंत्रित करना मुश्किल होता है। बड़े वेयरहाउस में तो यह सुविधा होती है पर किसानों के पास यह सुविधा नहीं होती। बहुत से भारतीय व्यापारी प्याज को आज भी पारंपरिक भंडारण सुविधाओं में रखते हैं।
- पारंपरिक भंडारण सुविधा – यह हवादार तो होती है पर यहां तापमान और हवा में नमी को निर्धारित नहीं किया जा सकता। किसान अपने उत्पाद के अनुसार ही इस जगह को बनाते हैं।
- नीचे और किनारों से हवादार सुविधा – यह सुविधा हवादार तो होती है पर इनमें भी हवा में नमी और तापमान को नियंत्रित करने की सुविधा नहीं होती। इस कारण यहां रखे प्याज़ में से करीब 46% खराब हो जाते हैं। प्याज भंडारण के बारे में और अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।

इतना सब करने के बाद भी उपज को सही खरीदार को बेचना पड़ता है। यह कृषि व्यापार प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। किसानों या सप्लायर को सही खरीदारों को उपज बेचने में मुश्किल हो सकती है। हालांकि, बीजक किसानों या सप्लायर को कमीशन एजेंटों और संस्थागत खरीदारों से जोड़ता है। बीजक भारत का सबसे भरोसेमंद एग्रीट्रेडिंग ऐप है जो 150 से अधिक उत्पाद में व्यापार करने के लिए किसानों, खरीदारों (कमीशन एजेंटों) और सप्लायर को एक साथ लाता है। आप हमारे ऐप को Google Playstore और Apple App Store से डाउनलोड कर सकते हैं।
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